Thursday, April 16, 2020

कलियुग आयो अब कारमो || Kaliyug ki Andhani || Gangasati Panbai Bhajan

कलियुग आयो अब कारमो , 
सुनलो नर और नार ,
भक्ति धर्म मोहे लुपेंगे , 
रहे नहीं उनकी मर्याद ,....कलियुग

गुरूजी का कहा चेला नहीं मानेगा ,
और घर घर जगेगी ज्योत ,
नर और नारी एकांत में मिलेंगे ,
और नहीं रहे आत्मा की पहचान,.... कलियुग

विषय के व्यापार मे गुरु से मिलेंगे 
जूठे होंगे नर और नार ,
आड़ धर्म की ओथ लेगे ,
रखे नहीं अलख की पहेचान ,.... कलियुग

एक दूजे के अवगुण ढूढेंगे 
और करेंगे खीचताण ,
कजिया कलेश की वृद्धि होगी तब ,
नही आवे प्रभु मोरे द्वार ,.... कलियुग

सच्चे मेरे भाई करे अलख की आराध 
प्रभु पधारे उनके द्वार 
गंगासती ने ऐसा कहा  ,
आप करो सच्चे का संग ,.... कलियुग 


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